...

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बचाएं जल बदलें कल
जल , सजल आंख में हो, देखें जब जल हाथ में ,
सूर्य को जल दे अंजलि में , स्नान के अध्याय में ।
जल, चले जल धार में, हो धरा जयकार में।।
जल है जीवन लेकर आया अपने इस संसार में।।

जल, जो गिरता हिम शिखर से ,
गंगा की जलधार सा।
जल, जो बहता संग ले कर ,
जीव के आधार सा।
जल, है रचता जीवन जगत में,
जंगलों के प्राण सा।
जल , है बहता, गढ़ता तटों को ,
जमीं के स्वभाव सा।

जल को निर्मल स्वच्छ करें हम ,
युक्ति विविध प्रयोग कर ,
जल को कर दे जीवनदायी पुनः,
साथ मिल सहयोग कर ।

जल को जीवन मान मन से ,
कर्म अपना मान लें।
जल को शक्तिदायी माने ,
जल को जीवन जान ले ।
हम ,जल को जीवन मान लें ।

बचा के जल, बदले हम कल ।
हो भूजल सुरक्षित , बदले जीवन सकल ।
वर्षा जल का प्रयोग कर बस ,
जल को धरामय भी करें ।

जिससे :
देखें, ढूंढे, जब कल इस जल को ,
न हो उसकी आंखें सजल ।
न हो उसकी आंखें सजल ।।

विश्व जल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।


संदेश रचित...
© SandeshAnkita