...

9 views

सिद्धांत और खुशियां
जानती हूं
कई बार
अपनी खुशियों के साथ
तुम्हारे हिस्से की
खुशियां भी मैं छीन जाती हूं...

एहसास हैं
सिद्धांत मेरे
तुम्हारी खुशियों को
कई बार
अनदेखा कर देते है ...

अनुभूति हैं
तुम्हारी खुशियां
मेरी खुशियों से जुड़ी हैं
किंतु सिद्धांत मेरे
भोगे गए
यथार्थ अनुभव आधारित।