...

11 views

पुरुष प्रेम
तुम जानते हो
तुम सिर्फ तुम हो
मुझे तुम से नफ़रत नहीं होती
मैं ये नहीं कह सकती मुझे तुम से प्रेम है
लेकिन......
मैं कहना चाहती हूं तुम मायने बहुत रखते हो
तुम बहुत सरल हो
मैंने इतने सरल पुरुष नहीं देखे
मैंने देखा है
उनको क्रोध करते हुए पर
मैंने तुम्हें प्रेम करते हुए देखा है
हां तुम्हारा क्रोध भी उन्हीं पुरुषों जैसा है
पर क्या......
उनका प्रेम भी तुम जैसा हो सकता है
तुमसे प्रेम करना कठिन नहीं है
परन्तु......
तुमसे प्रेम है ये जताना बहुत कठिन है
मैं खुश हूं कि......
तुम जता सकते हो प्रेम तुम्हारा
मेरे लिए तो नजरें उठाना भी कठिन है
मुझे लगता है
तुम समझ सकते हो..... मुझे
और मैं ये भी जानती हूं
तुम मुझे बेहतर तरीके से जानते हो
शायद इसीलिए.....
तुमने कभी नहीं कहा कि
मैं तुम से प्रेम नहीं करती
तुमने बस इतना ही कहा हम हमेशा साथ रहेंगे
और मेरा नजरें झुका लेना
तुम्हारी सहमति होती है.....

© Mistha prajapati