...

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मैं तेरे ग़मों का हिस्सा न बन पाई
तेरी ज़िंदगी तो बन गई मगर,
मैं तेरी ज़िंदगी का हिस्सा न बन पाई।
मेरी ख़ुशियों का हिस्सा बना तू,
मगर मैं तेरे ग़मों का हिस्सा न बन पाई।
ये दुःख आज से नहीं हर उस अनकहे किस्से से है मेरे दिल में,
जिसे तूने मुझसे छुपाया था,
ये जानते हुए भी कि तुझसे अलग नहीं हूँ मैं ,
तूने मुझे कभी कुछ न बताया था।
क्या मैं इस लायक नहीं कि तेरी हमसफ़र बन सकूँ?
क्यों तेरे दुःखों में मेरा कोई हिस्सा नहीं?
जवाब तुझसे तलब करूँ ये मेरी मोहब्बत का दस्तूर नहीं,
तू अकेले दर्द सहता जाए ऐसा क्यों है,
इसमें मेरा भी है कुसूर कहीं?
दिल दुखता है हर बार ये सोच कर कि तेरी धड़कन का मैं हिस्सा नहीं,
मेहरम मेरे तुझे अपना समझा है,
ये कोई किताबी किस्सा नहीं।
मुझे अपने ग़मों का साथी बना कर तो देखो,
तुम्हारे ज़ख़्मों पर मरहम बन के लग जाऊँगी,
मुस्कुराते हुए तुमको ग़मों से लड़ना सिखाऊँगी।
मत करो परवाह मेरे टूट कर बिखर जाने की,
कि मैं तो ख़ुद तुमसे हूँ तुम्हारी ही रूह का हिस्सा हूँ।
ये सिर्फ कलपना है मेरी,
तेरी उदासी तक न जा पाई,
मैं तेरे ग़मों का हिस्सा न बन पाई।
#heartbreaks #pain #Love&love
Bura lagta hai na jab aap dil mein tou hote hain magar dhadkan ka hissa nahi hote
© Haniya kaur