...

5 views

रैन बसेरा
न कर गम,
हैं अगर आँखे नम।
यहां है कौन?
जो पूछे क्यों तू "मौन"?

झूठा खेला,
पड़े चलना अकेला।
तेरा न मेरा,
जग फ़ानी"रैन बसेरा"।

देख बस रंग,
रख ज़ीने की उमंग।
बन जाबांज,
हरफनमौला से अंदाज़।

घमंड से दूरी,
अत्यधिक ही ज़रूरी।
ले खुद तलाश,
"गिल"हो मत "हताश"।
© Navneet Gill