✍🏾✍🏾 कुछ शायरी कुछ ज़ख्म मेरे ✍🏾✍🏾
जनाब इन कांटों का भी कुछ ख्याल रखा करो
ये रखवाली ना करे तो तुम्हारे फूलों का कोई वजूद नहीं..!
#Mrcb_Vicky
जानी मैं शाम की तरह ढलने जा रहा हूं
अपनी यादों को शराब में डूबो कर मेरी तरफ रवाना करो..!
मिरे उम्मीद_ए_चिराग बस बुझने की कगार पर है
हवा का झोंका अपने साथ उसकी यादें भी लाया है..!
इस चार दिन की मोहब्बत में मैने जानी
क्या कुछ नहीं पाया और क्या कुछ नहीं गवाया..!
ये पैसा ये अमीरी विक्की तेरे किसी काम की नहीं
जबकि हाथ खाली और कफ़न में तेरे कोई जेब नहीं..!
सब कहते है शराब ज़ार्रा है तुम इसे ना पिया करो
सुनो यारो तुम मुझे ये जीने की बद्दुआ ना दिया करो..!
मेरे अपने तो बस मेरे ''आज़ार'' है
बाकी सब तो आने जाने वाले मुसाफ़िर है..!
खुद अंधेरे में रह कर औरों के लिए रोशनी मैं करता रहा
चिराग की तरह मैं हर एक के लिए दिन रात जलता रहा..!
#Mrcb_Vicky
#mrcb_vicky #vicky_indorewala #alreadybroken
#deadpoet✍️Vicky #wruteciquote
© Vicky_Indorewalaa
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