4 views
शिखर छू लूं
सौ दुआएं ले सकूं
इससे पहले मुझे
अनंत खुशियाँ बांटनी होगी।
पुष्प सी महक उठू
उससे पहले अपने मन को
कोमल भावों से सींचना होगा।
गहरे रंग बिखेरूं
उससे पहले
तरलता से बहना सीखना होगा।
शिखर को छू लूं
उससे पहले
पथ पर
शूल से चुभते पत्थर पर भी
चलना होगा।
वक्त मेरे अनुसार चले
उससे पहले
मुझे वक्त को सुनना और समझना होगा।
_____जुली
इससे पहले मुझे
अनंत खुशियाँ बांटनी होगी।
पुष्प सी महक उठू
उससे पहले अपने मन को
कोमल भावों से सींचना होगा।
गहरे रंग बिखेरूं
उससे पहले
तरलता से बहना सीखना होगा।
शिखर को छू लूं
उससे पहले
पथ पर
शूल से चुभते पत्थर पर भी
चलना होगा।
वक्त मेरे अनुसार चले
उससे पहले
मुझे वक्त को सुनना और समझना होगा।
_____जुली
Related Stories
6 Likes
0
Comments
6 Likes
0
Comments