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🌺ठहराव🌺
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
तब से रूठे रूठे सारे मेरे मयखाने हैं
तेरा शुकून हूं,ये तुझको पता है बाकी
किसी का दर्द हूं,और दवा भी साकी
करोड़ों फूंक कर, इक तुझ को चुना
नशा है कृष्ण तुझमें सबसे चार गुना
लज़ीज़ तेरा अधर,
न्शीली तेरी नज़र
तेरी ही करूं जिकर
न करूं कोई फिकर
आज तू मेरे शहर,तुझे ही पी जाने हैं
तुम्हारी याद में ठहरे सभी मयखाने हैं।।
i love you कृष्ण ❤️
© संग
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
तब से रूठे रूठे सारे मेरे मयखाने हैं
तेरा शुकून हूं,ये तुझको पता है बाकी
किसी का दर्द हूं,और दवा भी साकी
करोड़ों फूंक कर, इक तुझ को चुना
नशा है कृष्ण तुझमें सबसे चार गुना
लज़ीज़ तेरा अधर,
न्शीली तेरी नज़र
तेरी ही करूं जिकर
न करूं कोई फिकर
आज तू मेरे शहर,तुझे ही पी जाने हैं
तुम्हारी याद में ठहरे सभी मयखाने हैं।।
i love you कृष्ण ❤️
© संग
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