शायरी...❣️
तुमसे प्यार करते है तुम्हे छोड़ केह चुके हजारों से
तुम तो चालाख हो समझा करो कभी इशारों से
कैसे कहे तुमसे....
मै जमीन तुम उस पर बिछी रेत से
मे मोर तुम खूबसूरत किसी खेत से
मै आसमान तुम उसके सितारों से
मै लेखक तुम उसकी किताबों से
मै किनारा तुम गहरे सागर से
मै शायरी तुम बेहतरीन शायर से
मै पेड़ तुम उसकी डाली से
मै बादल तुम उसकी जाली से
तुमसे प्यार करते है तुम्हे छोड़ केह चुके हजारों से
तुम तो चालाख हो समझा करो कभी इशारों से..🖤
© Janhvi
तुम तो चालाख हो समझा करो कभी इशारों से
कैसे कहे तुमसे....
मै जमीन तुम उस पर बिछी रेत से
मे मोर तुम खूबसूरत किसी खेत से
मै आसमान तुम उसके सितारों से
मै लेखक तुम उसकी किताबों से
मै किनारा तुम गहरे सागर से
मै शायरी तुम बेहतरीन शायर से
मै पेड़ तुम उसकी डाली से
मै बादल तुम उसकी जाली से
तुमसे प्यार करते है तुम्हे छोड़ केह चुके हजारों से
तुम तो चालाख हो समझा करो कभी इशारों से..🖤
© Janhvi
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