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लिखने का शौक
मुझे लिखने का शौक तो पहले से था,
पर तुम्हारे अलावा तब कुछ दिखता ना था।
अब लिखतीं हूं पर शौक नहीं,
पर करु भी क्या तुम्हारे अलावा,
किसी को अपना दर्द कह नहीं सकती।
इसलिए लिख लिया करतीं हूं,
अपने मन की तसल्ली के लिए!!
k..
© All Rights Reserved
पर तुम्हारे अलावा तब कुछ दिखता ना था।
अब लिखतीं हूं पर शौक नहीं,
पर करु भी क्या तुम्हारे अलावा,
किसी को अपना दर्द कह नहीं सकती।
इसलिए लिख लिया करतीं हूं,
अपने मन की तसल्ली के लिए!!
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