...

10 views

अजीबो गरीब हैं
हम आपके साथ हैं हम कितने खुशनसीब है
दोस्तों की दोस्ती और साथ दिल के करीब है

पानी ही प्यासे की प्यास को बुझा सकता है
यूं प्यार बिना मछली से तड़पते चंद गरीब हैं

ना काम किसी के आते तो कुछ और बात थी
चाह के भी दिल जीत न पाए ऐसे बदनसीब हैं

शरीफ लगे थे जो वो सब कुछ लूटकर चल दिए
समझ न आए कारनामें उनके अजीबो गरीब हैं

© PJ Singh

#8lines