![...](https://api.writco.in/assets/images/post/user/poem/669230612060935162.webp)
11 views
"तुम हार मत मानना..राही"
ठहरना जरा जब थक जाओ तुम,
एक लम्बी सी सांस भरना और कहना,
क्या वास्तव में सफ़र इतना लम्बा होगा,
सोचा नही था....
रोना जरा बैठ कर तुम खूब आँखे भर लाना,
बहने देना मोती तुम सरासर अश्क गिरने देना,
फिर देखना चेहरा आईने में अपना
फिर सोचना जरा क्या कोई आयेगा पोछने इन्हें,
फिर....
एक बार तुम अपने गालों पर हाथ रख,
फुट के रो देना मगर देखते रहना अक्स अपना,
तुम पाओगे उन भीगी लाल आँखो में,
जीतने की, कुछ करने की चिंगारी,
तुम सोचना जरा....
फिर आँसू पोंछ लेना और खुदको,
ये अहसास दिलाना मै कोसिस तो कर ही सकता हूँ,
हाँ माना तुम्हें डर सताएगा हार जाने का,
फिर तुम अपने ईश्वर को याद करना,
तुम पाओगे जैसे उसने तुम्हारा हाथ थाम लिया हो,
सुनो....
तुम ठहर कर बहुत सोच चुके हो,
अब बारी है करने की...हाँ फतेह करने की,
तुम ठहरना जरा..मगर हार मत मानना...राही
🥺🤝
_मेरे_अहसास_❤
#nevergiveup
#unbelievable_poetess♛┈•༶
#WritcoQuote
© Deepika Agrawal_creative
Related Stories
21 Likes
10
Comments
21 Likes
10
Comments