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अचम्भा
जहाँ कोई नियम कोई शासन नहीं,
दया, क्षमा, प्रेम, धर्म, अनुशासन नहीं।
यहाँ एक कानून है, जंगली कानून है,
जिसका अर्थ केवल खून ही खून है।
यह शहर नहीं जंगल है,
जहाँ चारों ओर अमंगल ही अमंगल है।
एक भोला गांव का मनुष्य अब तू कहाँ खो गया,
शहर मे आकर तेरे साथ अचम्भा सा हो गया-अचम्भा सा हो गया।
© Mr. Busy
दया, क्षमा, प्रेम, धर्म, अनुशासन नहीं।
यहाँ एक कानून है, जंगली कानून है,
जिसका अर्थ केवल खून ही खून है।
यह शहर नहीं जंगल है,
जहाँ चारों ओर अमंगल ही अमंगल है।
एक भोला गांव का मनुष्य अब तू कहाँ खो गया,
शहर मे आकर तेरे साथ अचम्भा सा हो गया-अचम्भा सा हो गया।
© Mr. Busy
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