अधुरी कहानी इश्क़ की
यार तुम आई ही नहीं मिलने
अधुरी ही अपनी मुलाक़तें रह गयी
तुमने जो की ही नहीं मुझसे
अधुरी वो अपनी बातें रह गयी
मैं तो चाहता था निभाना उनको
पर अधुरे ही सारे वो वादे रह गए
मैने चाहा तो बहुत था तुझे फिर भी
अधूरा ही ये मेरा इश्क़ रह गया
सोची थी जो मंजिले जो रास्ते हमने
अधूरे साथ चलने के उनपे वो इरादे रह गए
मैं लिख ही देता सब कुछ जो करना था इश्क़ में
पर बिछड़ ही जब गए हम दोनों
साथ मेरी बस तेरी वो यादें रह गई
अधूरे रह गए वादे, वो साथ चलने के इरादे
अधुरी रह गई मुलाक़तें, यादें और तेरी बातें
और अधुरी ही रह गई ये दास्तां इश्क़ की।
© The Silent one
My diary of love ❤
#thesilentone
image credits- wallpaper flare and google search
अधुरी ही अपनी मुलाक़तें रह गयी
तुमने जो की ही नहीं मुझसे
अधुरी वो अपनी बातें रह गयी
मैं तो चाहता था निभाना उनको
पर अधुरे ही सारे वो वादे रह गए
मैने चाहा तो बहुत था तुझे फिर भी
अधूरा ही ये मेरा इश्क़ रह गया
सोची थी जो मंजिले जो रास्ते हमने
अधूरे साथ चलने के उनपे वो इरादे रह गए
मैं लिख ही देता सब कुछ जो करना था इश्क़ में
पर बिछड़ ही जब गए हम दोनों
साथ मेरी बस तेरी वो यादें रह गई
अधूरे रह गए वादे, वो साथ चलने के इरादे
अधुरी रह गई मुलाक़तें, यादें और तेरी बातें
और अधुरी ही रह गई ये दास्तां इश्क़ की।
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