एक बात कहूं....
एक बात कहूं....
मैं तुम्हें पसंद करता हूं।
इसलिए,तुम तन_मन दोनों से
ही खूबसूरत हो।
तुम जब पास होती हो,
तो मैं सारे गम और सारी तन्हाई
भूल जाता हूं।
तुम्हारी दोस्ती,तुम्हारी मोहब्बत
खुदा करे....।
मुझे हर जन्म में मिले।
इस दुनियां में हसीनों की कमी नहीं है।
मैं दिल से जिसे चाहता हूं,
वह लड़की बस तुम हो।
तुम्हारी झील सी आंखों में डूब
जाने को दिल करता है।
बिना सिंगार किए ही तुम दुल्हन
सी लगती हो।
खुदा करे,तुम्हारी यह यौवन
और तुम्हारी मोहब्बत मेरे लिए
हमेशा ही रहें।
: कुमार किशन कीर्ति।
मैं तुम्हें पसंद करता हूं।
इसलिए,तुम तन_मन दोनों से
ही खूबसूरत हो।
तुम जब पास होती हो,
तो मैं सारे गम और सारी तन्हाई
भूल जाता हूं।
तुम्हारी दोस्ती,तुम्हारी मोहब्बत
खुदा करे....।
मुझे हर जन्म में मिले।
इस दुनियां में हसीनों की कमी नहीं है।
मैं दिल से जिसे चाहता हूं,
वह लड़की बस तुम हो।
तुम्हारी झील सी आंखों में डूब
जाने को दिल करता है।
बिना सिंगार किए ही तुम दुल्हन
सी लगती हो।
खुदा करे,तुम्हारी यह यौवन
और तुम्हारी मोहब्बत मेरे लिए
हमेशा ही रहें।
: कुमार किशन कीर्ति।