महफिल
उस
महफिल की
शान शौकत . और
रंगीनीया देखते ही.
बनती थी.
लेकिन वहा शिरकत करने.
वाले लोगो की
बाते सुनकर पता नही लगा पाया मै.
कि इनमे कितने लोग बहके हुऐ थे कितने लोग उनमे होश में थे. या
नशे में चूर थे
महफिल की
शान शौकत . और
रंगीनीया देखते ही.
बनती थी.
लेकिन वहा शिरकत करने.
वाले लोगो की
बाते सुनकर पता नही लगा पाया मै.
कि इनमे कितने लोग बहके हुऐ थे कितने लोग उनमे होश में थे. या
नशे में चूर थे
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