7 views
तुझ बिन सावन
तुझ बिन सावन
ऐसे बीते जैसे बिरहा की अगन जीते
तेरे साथ को तुमसे बात को ऐसे तरसे
जैसे नीर बिन मीन है तड़पे
भूली बिसरी याद सी
नजरों को तेरी तलाश सी
एक सुकून की आस सी नही
मिली मुझे फरियाद से भी
तेरा आना तेरा जाना
बिन मौसम बरसात सी
छू के ऐसे गयी जैसे
बिजली कड़की दूर आसमान में
एक याद पुरानी एक बात पुरानी
दिल मे ही दफन हो गयी तेरी मेरी कहानी
ऐसे बीते जैसे बिरहा की अगन जीते
तेरे साथ को तुमसे बात को ऐसे तरसे
जैसे नीर बिन मीन है तड़पे
भूली बिसरी याद सी
नजरों को तेरी तलाश सी
एक सुकून की आस सी नही
मिली मुझे फरियाद से भी
तेरा आना तेरा जाना
बिन मौसम बरसात सी
छू के ऐसे गयी जैसे
बिजली कड़की दूर आसमान में
एक याद पुरानी एक बात पुरानी
दिल मे ही दफन हो गयी तेरी मेरी कहानी
Related Stories
6 Likes
2
Comments
6 Likes
2
Comments