![...](https://api.writco.in/assets/images/post/default/story-poem/normal/1SELFHELP B.webp)
7 views
डिग्री डिग्री चिल्ला रहे
समझ से जिनको है दुश्मनी, अब वो भी समझा रहे,
सारे चोर मिल एक सुर में ही, डिग्री डिग्री चिल्ला रहे।
डिग्रीधारी की डिग्री तो देखो, राज्य को देश बताते हैं,
कोई डिग्रीधारी आटे की कीमत, लीटर में लगाते हैं।
ऐसी डिग्रीधारी जिन्हें देखकर, पढ़ना भी नहीं आता,
विषय पर भाषण देते समय, विषय ही भूल जाते हैं।
अद्भुत डिग्रीधारी हैं जो, जेल की हवा अब खा रहे,
सारे चोर मिल एक सुर में ही, डिग्री डिग्री चिल्ला रहे।
कभी राफेल तो कभी चौकीदार चोर, नारा लगाते हैं,
इल्ज़ाम निरस्त हो जाता है, हरवक्त मुँह की खाते हैं।
इस बार आडानी प्रकरण, भरमा रहे बस जनता को,
एक उपनाम को चोर बताकर, ख़ुद ही फँस जाते हैं।
वो सबसे अधिक पढ़े हैं, देशवासियों को समझा रहे,
सारे चोर मिल एक सुर में ही, डिग्री डिग्री चिल्ला रहे।
© 🙏🌹 मधुकर 🌹🙏
Related Stories
14 Likes
2
Comments
14 Likes
2
Comments