संवेदनशीलता
संवेदनशीलता
पीड़ा को
नही देखती...
पीड़ा
उसे देख कर
पहचान लेती है...
उसे उम्मीद है
समाज में
बचे हुए गिने चुने
संवेदनशील लोगों से...
उसे उम्मीद है
यह मुट्ठी भर लोग
एक दिन उसे
जन जन तक पहुंचाएंगे।
पीड़ा को
नही देखती...
पीड़ा
उसे देख कर
पहचान लेती है...
उसे उम्मीद है
समाज में
बचे हुए गिने चुने
संवेदनशील लोगों से...
उसे उम्मीद है
यह मुट्ठी भर लोग
एक दिन उसे
जन जन तक पहुंचाएंगे।
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