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एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त है
एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त में अभद्र दृश्य है जैसे, यह गाथा पूर्ण सारांश काभी पता नहीं लगा सकती , मगर इसमें श्रीकृष्णनम् समसत्रा मनुर कवचम् वर्णना ज्ञानम् करषि यद्यपि श्रीकृष्णनम् यह कादमि उजागरम केवलम् एकाह सुतति केवलम् दृश्यन्ति प्रेम गृनथा वीलीनाह भवताह यद्यपि विचारशैली दृशशि समसत्राणि भुजा कठोरम् किंतु परेमाह भुजा कोमलमताह भवतानि यद्यपि प्रेम स्तुति खडिता भवति पुरूषार्थ एकविकलपीय स्त्री अनेका बहुविकल्पी साथनम् चुनाव क्रिया भवति यद्यपि सा रूहम् कादामि मोक्षम् प्राप्त योग्यती प्राप्ति भवति सा कदामि पूणतम् प्रास्थानम् बैकुंठधाम परशथानम् मोक्षम् सा फलम् तत्व प्राप्ति योगिताह भवति ।।

यह गाथा कादामी मोक्षम् प्राप्त शीघ्रम् कुरूवनति साहम् सर्वग्म परसथानम किंतु सा रूहम् कादामि मोक्षम् प्राप्त योग्यती सा बैकुंठधाम मुकछामि भवति ।।

यह गाथा अनन्तमाई साहम् भवतानि यद्यपि मनुषा स्वार्थ कादमि पूर्ति भवताह सा रूहम् योनिम् कर्मा
निर्धारित सा मनु माठी योनि किम् स्वादिष्टा ।।
पृशटक सूची?
प्रश्न श्रृंखला -किम् कनयाम् लाजयति चूत या योनिम् परादनशयति भवतानि भवन्तु?

प्रश्न श्रृंखला -किम् कनयाम् नामा अवशकतामि परिचय पद हेतु?

पश्र किम् गाथा पूर्णतः भवति यथा समाप्ति भवति।
पश्र यह एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त है , जिसमें अलग अलग योनि का रहस्य है और कैसे खुद श्राप में होकर दूसरे के लिए शुभ और लाभदायक है आइए देखते और जानते हैं?
इसके हम आपके समक्ष ८४ ०००००० लाख योनियों की योनि का रहस्य तथा योगदान और इनकी काली हकीकत समझाएंगे।।
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