आज फिर से खुद #@भाग - २
दो तीन दिन बीत गए मैने writco पेज खोल कर नहीं देखा , सायेद मैं कुछ busy हो गया था ,
फिर एक दिन मैने writco पर अपना स्टेटस देखा ,
मैं एक के बाद एक sms पडता जा रहा था
अचानक एक sms पर मेरी नज़रे टिक गई , मैं पडते से रुक गया ,
लिखा था - hiiiiiiiii , तुम्हारी स्टोरी पड़ कर अच्छा लगा , क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगे ।
इतना पड कर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा , क्या इतना आसान था ये सब ।
मैने जल्दी से रिप्लाई किया
hello.........
में तुमसे दोस्ती करना चाहता हूं ,
मेरा नाम देव है और तुम्हारा?
मैं answer का इंतजार करने लगा
उधर से मैसेज आया , तो आखिर आज तुमने मेरा मैसेज पड लिया
हा , sorry जल्दी रिप्लाई नहीं करने के लिए
मेरा नाम स्वाति है ,
तो स्वाति जी क्या हम दोस्त बन गए , मैने उससे कहा
क्या ये कुछ जल्द बाजी नहीं है दोस्त बनाने की ?
दोस्त तो हम बन जाएंगे पर देव अच्छा होगा पहले हम एक दूसरे को जान ले
ताकि हमारी दोस्ती की नींव मजबूत हो , मैने उससे कहा
क्या मैं तुमसे कुछ सवाल करू , स्वाति
हां , क्यों नहीं , देव
तुम आज तक आकेले क्यों हो , क्या कोई मिला नहीं या आजसे पहले try नहीं किया , स्वाति
मिला भी और try भी किया , पर कोई मुझे समझ सके ऐसा कोई नहीं मिला , देव
कल अगर मैं भी चली गई तब , तुम मुझ पर विश्वास केसे कर सकते हो , स्वाति
इसका जवाब मेरे पास नहीं , देव
क्या तुमने मुझे देखा है , मैं काली हो सकती हूं , या गोरी भी , लंबी भी या नाटी भी , मोटी हो सकती हूं या पतली भी , ये सब जाने बगैर तुम मुझसे दोस्ती करने के लिए केसे तैयार हो गए ,
क्या हमें दोस्ती करने से पहले एक दूसरे से मिल लेना नहीं चाहिए ................
to be continue. ............
© @herry
फिर एक दिन मैने writco पर अपना स्टेटस देखा ,
मैं एक के बाद एक sms पडता जा रहा था
अचानक एक sms पर मेरी नज़रे टिक गई , मैं पडते से रुक गया ,
लिखा था - hiiiiiiiii , तुम्हारी स्टोरी पड़ कर अच्छा लगा , क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगे ।
इतना पड कर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा , क्या इतना आसान था ये सब ।
मैने जल्दी से रिप्लाई किया
hello.........
में तुमसे दोस्ती करना चाहता हूं ,
मेरा नाम देव है और तुम्हारा?
मैं answer का इंतजार करने लगा
उधर से मैसेज आया , तो आखिर आज तुमने मेरा मैसेज पड लिया
हा , sorry जल्दी रिप्लाई नहीं करने के लिए
मेरा नाम स्वाति है ,
तो स्वाति जी क्या हम दोस्त बन गए , मैने उससे कहा
क्या ये कुछ जल्द बाजी नहीं है दोस्त बनाने की ?
दोस्त तो हम बन जाएंगे पर देव अच्छा होगा पहले हम एक दूसरे को जान ले
ताकि हमारी दोस्ती की नींव मजबूत हो , मैने उससे कहा
क्या मैं तुमसे कुछ सवाल करू , स्वाति
हां , क्यों नहीं , देव
तुम आज तक आकेले क्यों हो , क्या कोई मिला नहीं या आजसे पहले try नहीं किया , स्वाति
मिला भी और try भी किया , पर कोई मुझे समझ सके ऐसा कोई नहीं मिला , देव
कल अगर मैं भी चली गई तब , तुम मुझ पर विश्वास केसे कर सकते हो , स्वाति
इसका जवाब मेरे पास नहीं , देव
क्या तुमने मुझे देखा है , मैं काली हो सकती हूं , या गोरी भी , लंबी भी या नाटी भी , मोटी हो सकती हूं या पतली भी , ये सब जाने बगैर तुम मुझसे दोस्ती करने के लिए केसे तैयार हो गए ,
क्या हमें दोस्ती करने से पहले एक दूसरे से मिल लेना नहीं चाहिए ................
to be continue. ............
© @herry
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