शायरी
अक्सर जिंदगीं में
मुस्कुरा देना अदा हैं हमारीं...
जमकर बादलों के साथ
बारींश बरसाना आदत हैं तुम्हारीं...
मुस्कुराहटों के पीछें
आंसूओं को छुपाना खता हैं हमारीं..
उसीं खता कों
ख्वाहिंश बनाना वफा हैं तुम्हारीं...
शोभा मानवटकर...
© All Rights Reserved
मुस्कुरा देना अदा हैं हमारीं...
जमकर बादलों के साथ
बारींश बरसाना आदत हैं तुम्हारीं...
मुस्कुराहटों के पीछें
आंसूओं को छुपाना खता हैं हमारीं..
उसीं खता कों
ख्वाहिंश बनाना वफा हैं तुम्हारीं...
शोभा मानवटकर...
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