...

9 views

दर्द
आज सुबह से कुछ अजीब लग रहा था सोचा सही हो जाएगा
पर ये तो भ्रम निकला

दर्द भी मानो आज ही अपनी मोहब्बत निभा लेना चाहता था
मयूर ने लिखना शुरू करा यद्यपि लिखा नहीं जा रहा था

फिर भी लिखने की कोशिश की
आज लगता था दर्द अंदर से तोड़ देना चाहता है

मयूर ने सोचा मुझे दर्द से ध्यान हटाना होगा
दर्द अब मयूर की परीक्षा लेने लगा
यानी दर्द और बढ़ने लगा

एक लड़ाई हो रही थी हिम्मत vs तकलीफ की
15 मिनट से ज्यादा दर्द ने हिम्मत तोड़ने की कोशिश की

पर मयूर ने हिम्मत नहीं टूटने दी

उसी समय रेडियो पर गाना आया
चले जा रहे
चले जा रहे
हार ना मान
चले जा रहे

ये गाना सुनकर मयूर को हिम्मत आने लगी
अब वो खुद को मजबूत करने की कोशिश करने लगा

मयूर को पता था कुछ भी चीज आसान नहीं होती
अब मयूर वहां से ध्यान हटाने के लिए धीरे धीरे टहलने लगा ।


समाप्त
21/4/2024
3:16 दोपहर
© ©मैं और मेरे अहसास