...

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फैंसी ड्रेस
दादी ने धीरज को आवाज लगायी
धीरज बेटे आना जरा
जी दादी कहिये

ये क्या हुलिया बना रखा है
क्यों दादी अच्छा नहीं लग रहा
तू कोसो की नकल करने क्यों आगे जा रहा

दादी यही तो हो रहा आजकल जहां देखो
तो क्या इसका मतलब तू भी उन्हें नकल करेगा अपनी योग्यता को भूल जाएगा

थोड़ी देर मे धीरज अपना लुक बदलकर आया
तुझे आज हुआ क्या है बार बार क्यों कपड़े बदल रहा है

ऐसे ही दादी
अरे वीना बहु देख तो तेरे बेटे को क्या हुआ है वो बार बार कपड़े बदल रहा है

माँ ने आकर देखा और मुस्कुराने लगी
अरे बहु तुम मुस्कुराने क्यों लगी क्या हुआ
माँ जी धीरज ने फेंसी ड्रेस मे भाग लिया है यहां सभी को छूट है जितने ज्यादा कपड़े पहन सके पर 1 मिनट इसलिए वो देख रहा था कौन कौन से कपड़े जल्दी पहन पाएगा

ये बात है मुझे लगा तू किसी की नकल कर रहा है
हम सभी तो ऊपर वाले की रंगमंच के कलाकार है
(आनंद मूवी डायलाॅग)

वीना बहु आज मैं बहुत खुश हूं धीरज को जरूर पूरे नंबर मिलेंगे
धीरज ने दादी का आशीर्वाद लिया और चल पड़ा स्कूल की तरफ अपनी बाइक पर

10 मिनट मे स्कूल पहुंच गया
धीरज का नंबर सेकंड था
धीरज तैयार था

जैसे ही नंबर बुलाया धीरज स्टेज पर गया
पहले सुभाष चंद्र बॉस, बापू, पूर्व प्रधान मंत्री

जब जल्दी जल्दी धीरज ने इतने लुक बदल लिए अभी थोड़ा समय था तो आर्मी ऑफिसर भी बना और झंडा फिराया और जय हिंद कहा
सभी ने जोर से जय हिंद कहा

सभी के आंसू नहीं रुक रहे थे
धीरज शो जीता घर आया मम्मी और दादी पहले ही टीवी पर देख रहे थे

उन्होंने धीरज को गले लगाया की तुमने बहुत अच्छा करा हमने टीवी पर देखा सभी अपलक तुम्हें देख रहे थे

धीरज को स्टेज पर नाम आने से ज्यादा खुशी इस बात की थी
हर कोई धीरज जो बना था उनमे खो गए थे ।

समाप्त
30/4/2024
4:58 शाम
© ©मैं और मेरे अहसास