...

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मास्टरमाइंड (भाग 5)
जहांगीरपुरी से वापस आने में रात हो जाती है, काव्या और राज खाना खा कर ऑफिस में सो जाते हैं।
अगली सुबह काव्या अपने पिता से फोन पर बात कर रही होती है...

राम: तुम्हें अपने पापा की तो फिक्र ही नहीं है...
काव्या: ऐसी कोई बात नहीं है पापा... बस एक केस में उलझी हुई हूं... वक्त मिलते ही है आपसे मिलने आती हूं।
राम: कैसा केस?
काव्या: मेरी दोस्त रिया का....
राम: तुम्हारी दोस्त?
काव्या: हां... जिस रात आप पर गोली चली उस रात मेरी दोस्त रिया का खून हो गया... खूनी ने उसका खून कर उसकी लाश को उसके घर में पंखे से लटका दिया ताकि उसका खून आत्महत्या लगे। बस उसी की....
राम: तुम्हें कैसे पता उसका खून ....
काव्या: पापा, क्या आपने हमले वाली जगह किसी लड़की को देखा था??
राम: लड़की को....?

काव्या का सवाल सुन राम जी सोचने लगते हैं जिसमें वह एक लड़की के बारे में सोचते हैं जो हमले वाली जगह पर कैमरे से रिकॉर्डिंग कर रही होती है.. और वह लड़की कोई और नहीं बल्कि रिया होती है....

काव्या: पापा आपने देखा था?
राम: नहीं... मैंने किसी लड़की को नहीं देखा था।

कुछ देर बाद काव्या और राज रिया के घर के लिए निकलते हैं पर रास्ते में काव्या पर चाकू से जानलेवा हमला हो जाता है। चाकू काव्या के कमर को छूकर निकल जाती है जिसकी बजह से उसे सिर्फ थोड़ी सी खरोच आती है...

पट्टी कारवाने के बाद काव्या और राज पुलिस थाने में हमले की रिपोर्ट दर्ज करवाते हैं और फिर उसके बाद वे दोनों रिया के घर चले जाते हैं। रिया के घर की तलाशी लेने पर उन्हें फिर से कुछ नहीं मिलता है। वे वापस लौटने लगते हैं तभी काव्या की नज़र एक टूटे कैमरे की तरफ जाती है।

काव्या: ये कैमरा..?
रिया के पिता : रिया का है।
काव्या: हां मुझे पता है ये रिया का है... उसे फोटोग्राफी का बहुत शौक था... वो जहां जाती थी इस कैमरे को साथ लेकर जाती थी... पर मैं ये पूछना चाहती हूं कि यह टूट कैसे गया??
रिया की मां: पता नहीं.. जिस दिन वो बाहर गई थी उस दिन तो ठीक था... रिया इसे साथ भी लेकर गई थी।
राज: साथ लेकर गयी थी...?
रिया की माँ : हाँ...

रिया की माँ की बात सुनकर काव्या और राज एक दूसरे को देखने लगते हैं और फिर कैमरा लेकर चेक करने लगते हैं... पर कैमरे में उन्हें कुछ नहीं मिलता है...

काव्या: इसमें तो चिप ही नहीं है...

छानबीन करने के बाद काव्या और राज वापस ऑफिस आ जाते हैं... पूरे दिन की भागा दौड़ी के बाद वे दोनों थक गए होते हैं इसलिए खाने से पहले थोड़ा आराम करने का सोचते हैं।

काव्या आराम करने के लिए जैसे ही अपनी आंखें बंद करती है... रिया का दौड़ना उसकी आंखों के सामने घुमने लगता है.. और फिर वो अचानक से चिल्लाते हुए उठ जाती है। उसकी चीख सुन राज डर जाता है...

राज: क्या हुआ? तुम ठीक हो?
काव्या: मुझे पता चल गया वो चिप कहाँ है...
राज: कहाँ है?
काव्या: तुम चलो मेरे साथ...

काव्या राज को उसी जगह लेकर जाती है जहां उसने रिया को दौड़ते हुए देखा था...

काव्या: मुझे याद है रिया ने अपने हाथ से इन पौधो में कुछ फेंका था.... हो ना हो वो कैमरे की चिप रही होगी।

वो दोनों उस सड़क पर लगे पौधो के बीच तलाशी शुरू करते हैं और कुछ देर बाद उन्हें चिप मिल जाती है।

वो दोनों चिप लेकर ऑफिस आते हैं, ऑफिस में आते ही राज चिप को लैपटॉप में डालकर उसमें रिकॉर्ड वीडियो ओपन करता है... चिप में तीन वीडियो होती है... पहले वीडियो में 1 घंटे की म्यूजिकल शो की रिकॉर्डिंग होती है, 9.30 से 10.30 कि। दूसरे वीडियो में रिया ने सड़क पर जाते हुए खुद की वीडियो बनाई हुई होती है। और तीसरे विडियो में........
जब राज तीसरी वीडियो ओपन करता है तो वीडियो देखकर काव्या के पैरों तले से जमीन खिसक जाती है ...

काव्या: नहीं... ऐसा नहीं हो सकता... मेरे पापा... नहीं...




To Be Continued...
#mastermind
© Sankranti chauhan