यह एक लड़की है
#WritcoStoryPrompt33
डॉक्टर ने रोते हुए शिशु को महिला के सीने से लगा दिया। वह महिला कौन है? वह महिला विमला है। जो गर्भवती थी। जिसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था क्योंकि विमला को लेबर पेन शुरू हो चुके थे। कुछ समय बाद विमला ने एक बच्चे को जन्म दिया जिसे डॉक्टर ने उस रोते हुए शिशु को विमला के सीने से लगा दिया।
वह अपने भीषण श्रम के बाद सांस लेने की कोशिश कर रही थी। दुःख के आँसुओं में घुलने से पहले दर्द के आँसू खुशी के आँसुओं के साथ थोड़े समय के लिए मिले।
विमला के पास पहले से ही दो बेटियां हैं उसने एक बार फिर एक लड़की को जन्म दिया था! जो उनकी तीसरी बेटी है। विमला को अब चिंता सताने लगी कि उसका पति और उसके ससुराल वाले क्या कहेंगे।के इस बार भी बेटी को ही जन्म दिया है।
जब विमला के पति और उसके घर वालों को बताया जाता है कि बेटी का जन्म हुआ है तो उसके ससुराल वालों यह ख़बर सुनकर थोड़ा सा दुख तो होता हैं पर वो कहते हैं की यह बेटी भी अपना भाग्य लिखा कर ही आई है। इसमें अब हम क्या कर सकते हैं। नर्स उस बेटी को उनके घर वालों के हाथ में दे देती है।उस छोटी सी नन्ही परी का चेहरा देखकर सब घर वालों के चेहरे पर अलग ही खुशी होती है।
विमला को जो डर सता रहा था कि उसके घर वाले और उसका पति उसे क्या कहेंगे। अब उसका वो डर समाप्त हो चुका था। क्योंकि उसने देखा कि उसके घर वाले उसकी बेटी को गोद में लिए प्यार कर रहे हैं। तो वह निश्चिंत हो जाती है।वह सब देख कर हैरान होती है और खुश भी होती है कि उसके घर वालों ने उसकी बेटी को दिल से अपनाया है।
डॉक्टर ने रोते हुए शिशु को महिला के सीने से लगा दिया। वह महिला कौन है? वह महिला विमला है। जो गर्भवती थी। जिसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था क्योंकि विमला को लेबर पेन शुरू हो चुके थे। कुछ समय बाद विमला ने एक बच्चे को जन्म दिया जिसे डॉक्टर ने उस रोते हुए शिशु को विमला के सीने से लगा दिया।
वह अपने भीषण श्रम के बाद सांस लेने की कोशिश कर रही थी। दुःख के आँसुओं में घुलने से पहले दर्द के आँसू खुशी के आँसुओं के साथ थोड़े समय के लिए मिले।
विमला के पास पहले से ही दो बेटियां हैं उसने एक बार फिर एक लड़की को जन्म दिया था! जो उनकी तीसरी बेटी है। विमला को अब चिंता सताने लगी कि उसका पति और उसके ससुराल वाले क्या कहेंगे।के इस बार भी बेटी को ही जन्म दिया है।
जब विमला के पति और उसके घर वालों को बताया जाता है कि बेटी का जन्म हुआ है तो उसके ससुराल वालों यह ख़बर सुनकर थोड़ा सा दुख तो होता हैं पर वो कहते हैं की यह बेटी भी अपना भाग्य लिखा कर ही आई है। इसमें अब हम क्या कर सकते हैं। नर्स उस बेटी को उनके घर वालों के हाथ में दे देती है।उस छोटी सी नन्ही परी का चेहरा देखकर सब घर वालों के चेहरे पर अलग ही खुशी होती है।
विमला को जो डर सता रहा था कि उसके घर वाले और उसका पति उसे क्या कहेंगे। अब उसका वो डर समाप्त हो चुका था। क्योंकि उसने देखा कि उसके घर वाले उसकी बेटी को गोद में लिए प्यार कर रहे हैं। तो वह निश्चिंत हो जाती है।वह सब देख कर हैरान होती है और खुश भी होती है कि उसके घर वालों ने उसकी बेटी को दिल से अपनाया है।