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BACHPAN KA VADA
CHAPTER 26

दोनों बहने डिनर करके अपने रूम में जाती है। तभी निशा रूम का दरवाजा बंद करके मानवी को बेड पर बैटाते हुए बोलती है अब तुम सिर्फ

मेरी बात सुनो ।मानवी निशा को शांत करते हुए बोलती है अच्छा मैं सुन रही हूं आगे तुम बेड पर बैठो और आराम से सब बताओ ।निशा

शांत होकर बोलती है आपको पता है ना शेखर ने मुझे प्रपोज किया है। मानवी निशा का बात काटते हुए बोलती है हां मुझे पता है। निशा

मानवी से बोलते हैं आप बीच में मत बोलिए आगे मुझे सब बताने दीजिए तब आप बोलिएगा। मानवी बोलती है ठीक है ।निशा बोलती है

आपको पता है आज शेखर ने प्रपोज किया और मैंने उससे टाइम मांगा है ।मानवी बोलती है अच्छी बात है इसमें टेंशन वाली बात क्या है।

निशा खड़े होते हुए बोलती है दिक्कत है मैं शेखर का प्रपोजल एक्सेप्ट नहीं कर सकती । मानवी खड़े होते हुए बोलती है क्या मेरा मतलब

क्यों नहीं कर सकती इसमें दिक्कत क्या है ।तभी निशा मानवी से नजर चूराते हुए बोलती है क्योंकि मैं किसी और से प्यार करती हूं।

मानवी निशा की बात सुनकर सॉक्ट हो जाती है फिर निशा को डांटते हुए बोलते अगर तुम्हें किसी और से प्यार था तो तुमने शेखर से टाइम

क्यों मांगा ।निशा डरते हुए बोलती है क्योंकि जिसके साथ में रिलेशनशिप में थी उसने उसके साथ झगड़ा हो गया और हमने ब्रेकअप कर

लिया था इसलिए मैं गुस्से में शेखर से टाइम मांग लिया। मानवी निशा की बात सुनकर गुस्से में निशा का दोनों कंधा पकड़ कर बोलती है तुम्हें

समझ आ रहा है तुम क्या बोल रही हो ।अगर तुम रिलेशनशिप में थी तो तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया ।अगर मुझे पता होता तो मैं यह

सब होने ही नहीं देती और तुम अपने बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप करली इसका मतलब यह नहीं कि तुम किसी और के फिलिंग्स के साथ खिलवाड़

करो। निशा मानवी को इतने गुस्से में देखकर बोलती है मुझे माफ कर दो मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था ।मैं शेखर का दिल नहीं दुखाना

चाहती थी ।मैं शेखर का क्या किसी और का भी दिल नहीं दुखा सकती क्योंकि मेरा दिल खुद पहले से ही टूट हुआ है। निशा रोते हुए बोलती

है आपको पता भी है जब उसने ब्रेकअप कर लिया तो मेरा कितना बुरा हाल था ।मैं ना कुछ समझ सकती थी ना किसी से कुछ बोल सकती

थी। मैंने तो सोच भी लिया था कि मैं उसको भूल कर किसी और को अपना लूंगी लेकिन मैं उसके वाला ना कुछ सोच पा रही थी ना ही देख

पा रही थी।बस यही सोच रही थी क्या कमी पड़ गई थी मेरे प्यार में उसने मुझसे ब्रेकअप हीं कर लिया । जब शेखर ने मुझे प्रपोज किया तो

मैंने सोचा कि एक बार उसे में मौका दू अगर शेखर ही मेरे किस्मत में है तो मैं उसे एक बार मोका दूं ।तो मानवी निशा की और देखते हुए

बोलते अगर तुमने शेखर को मौका देना ही है तो क्यों शेखर का प्रपोजल रिजेक्ट कर रही हो । निशा अपना आंसू पोछते हुए बोलती है

क्योंकि जब मैं रेस्टोरेंट से निकल कर जब मैं कैब में बैठी तो मुझे आरव की मां का फोन आया ।तो मानवी बोलती है यह आरव कौन है तो

निशा बोलती है वही लड़का जिसे मैं प्यार करती हूं। फिर बात बताते हुए बोलती है जब मैं फोन उठाया तो आरव की मां बोलती है तुम निशा

बोल रही हो तो मैं हां मैं जवाब देते हुए बोलती हूं मैं निशा बोल रही हूं । आपने मुझे कॉल क्यों किया है। तो आरव की मां बोलती है क्या तूम

मुझसे मिल सकती हो प्लीज मना मत करना ।मुझे बहुत जरूरी बात करनी है। निशा बोलती है ठीक है ।जब मैं उनके घर गई तो उसकी मां

ने मुझसे बोला मैं जानती हूं तुम और आरव ने ब्रेकअप कर लिया है।निशा बोलती है क्या आप यह सब बातें करने वाली तो मैं चलती हूं। तो

आरव की मां निशा को रोकते हुए बोलती है तुम जानना नहीं चाहती कि आरव ने तुमसे ब्रेकअप क्यों किया है ।निशा बोलती है मुझे पता है

वह मेरे जैसे मिडिल क्लास लड़की के साथ कोई संबंध नहीं रखना चाहता वह तो बस मेरे साथ प्यार करने का झूठा खेल खेल रहा था। तो

आरव की मां रोते हुए बोलती है वह तुमसे कोई झूठा प्यार नहीं करता था ।वह तो तुमसे बहुत ज्यादा प्यार करता था इतना कि तुम सोच भी

नहीं सकती औरउसने तुम्हारे खातिर ही तुमसे ब्रेकअप किया है ।निशा कंफ्यूज होते हुए बोलती हैं आप क्या कह रही है मैं मुझे कुछ समझ

नहीं आ रहा है। फिर आरव की मां उससे सारी बात बताते हुए बोलती है कैसे उसके पापा उसको अबरोड पढ़ने के लिए भेज रहे थे और कैसे

हम लोगो पर खतरा था। आरव की मां सारी बात निशा को बताती है। निशा को सारी बात जानकर एकदम सॉफक्ट हो जाती है और उसके

आंखों में आंसू आ जाता है और खुद से बोलता है तू मुझसे इतना प्यार करते थे और मैं तुम्हें कितना गलत समझ रही थी ।फिर निशा अपना

आंसू पोछते हुए बोलती है लेकिन आप क्यों मुझे यह सब बात बता रही है ।तो आरव की मां बोलता है क्योंकि मैं नहीं चाहती कि मेरा बेटा

हंसना बोलना छोड़ दे बस एक जोंबी की तरह बस अपना फर्ज निभाते रहे । मैं जब-जब उससे फोन से बात करती हूं ।ऐसा लगता नहीं कि

मैं अपने बेटे से बात कर रही हूं। पता नहीं वह वहां कैसे रहता होगा क्या खाता होगा यही सब सोच-सोच कर में परेशान हूं ।मुझे पता है वह

पहले जैसा बस तुम्हारे ही वजह से हो पाएगा। प्लीज तुम एक बार आरव से बात कर लो। मैं जानती हूं अगर तुम उससे बात करोगी तो वह

जरूर तुम्हारी बात सुनेगा ।वह फिर पहले जैसा हो जाएगा। निशा आरव की मां का हाथ पकड़ कर बोलता है लेकिन कैसे ।उसने मुझे सारे

कांटेक्ट से ब्लॉक किया है मैं चाह कर भी उससे बात नहीं कर सकती। तो और आरव की मां बोलती तुम चिंता मत करो मैंने अपना बीमारी

का झूठा बहाना बनाकर उसको मैंने बुलाया है इसलिए आरव कल आ रहा है और परसों चला जाएगा। क्या तुम आरव से बात कर सकती

हो प्लीज मना मत करना। एक मां का उसका बेट पहले जैसा था वैसा ही लौटा दो। तो निशा आरव की मां का आंसू पोंछकर बोलती हैं आप

चिंता मत कीजिए। मैं जरूर आरव से बात करूंगी। यह सब जानकर मानवी बोलती है इतना सब चल रहा था तुमने मुझे बताया भी नहीं ।

तो निशा बोलती मुझे भी आज ही पता चला ।फिर निशा मानवी का हाथ पकड़ कर बोलता प्लीज मेरी मदद कीजिए। आप प्लीज शेखर को

समझा दीजिए कि मैं उसके साथ रिलेशनशिप में नहीं रह सकती। तो मानवी निशा का प्रॉब्लम समझते हुए बोलती है अच्छा ठीक है मैं शेखर

से बात करूंगी ।फिर मानवी निशा से बोलती हैं अब जाकर सो जाओ बहुत देर हो चुकी है ।निशा अपने बिस्तर पर जाकर सो जाती है।

मानवी मन में बोलती है मैंने निशा से बोल दिया है लेकिन मैं शेखर को केसे समझाऊंग....................,

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© Mahiwriter