तेरी आदत
बहकी फिरूं, रातों में ,
तुम्हारी आदत है
जीने की वजह हूं
तुम्हारी शरारत है
दिल को दिल से
इत्ता मत लगाना
तुम्हारी मोहब्बत है
दिल है, मोहब्बत के
,,सवालों में,
दें देना ,,ज़वाब तूं
उफ्फ मैं तो सनम
को ही भूल गई
तुम्हारी आदत है
तुम्हारी आदत है
जीने की वजह हूं
तुम्हारी शरारत है
दिल को दिल से
इत्ता मत लगाना
तुम्हारी मोहब्बत है
दिल है, मोहब्बत के
,,सवालों में,
दें देना ,,ज़वाब तूं
उफ्फ मैं तो सनम
को ही भूल गई
तुम्हारी आदत है