Aakhri Saans
जब लेट जाऊंगी
लकडीयो के बिछोने पर
सफ़ेद चादर ताने
आखरी सांस बिखेरे हुए
चैन से सो जाऊंगी के अब कुछ न बचा हो खोने को
सुलगती जाऊंगी,
तो तराशे हुए एक एक
अल्फ़ाज
हर्फ़
तेरी तरफ़ रुख करते हुए गुजरेंगे
तो पढलेना इनमे वो सारे नगमे
जो मैने सोचे तो बहोत थे
बस
लिखे नही........
© Pooja Sharma
लकडीयो के बिछोने पर
सफ़ेद चादर ताने
आखरी सांस बिखेरे हुए
चैन से सो जाऊंगी के अब कुछ न बचा हो खोने को
सुलगती जाऊंगी,
तो तराशे हुए एक एक
अल्फ़ाज
हर्फ़
तेरी तरफ़ रुख करते हुए गुजरेंगे
तो पढलेना इनमे वो सारे नगमे
जो मैने सोचे तो बहोत थे
बस
लिखे नही........
© Pooja Sharma