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मन को प्यास जरूरी है
भले जुनून पुरानी हो आशा नई लाएगी
मिलने को वर्षा भूतल से बादल घेरकर आएगी
है नई उमंग, है नये पराग, है नई फूलों की बारी, इस बार भी भौंरे नए आयेंगे हर फूल को खिलने की तैयारी |
मन मे आशा हो खिलने की तो मुरझाने का डर न रख, दिल मे है उफान अगर तो खौफ जीवन मे मत पाल |
है कोना कोना अंधेरे में तो सूरज की आशा जरूरी है
है जीवन अगर मरुस्थल में तो तन-मन को प्यास जरूरी है |
मिलने को वर्षा भूतल से बादल घेरकर आएगी
है नई उमंग, है नये पराग, है नई फूलों की बारी, इस बार भी भौंरे नए आयेंगे हर फूल को खिलने की तैयारी |
मन मे आशा हो खिलने की तो मुरझाने का डर न रख, दिल मे है उफान अगर तो खौफ जीवन मे मत पाल |
है कोना कोना अंधेरे में तो सूरज की आशा जरूरी है
है जीवन अगर मरुस्थल में तो तन-मन को प्यास जरूरी है |
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