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तुम्हारा चित्र
हर कविता, हर ग़ज़ल के पीछे
चित्र तुम्हारा होता है
मदमस्त महकती रूह का कारण
इत्र तुम्हारा होता है
कहती हो मन को भा जाए
ऐसा कुछ लिख दूँ तुम पर
पर शब्दों के जादूगर का लिखा
हर शब्द तुम्हारा होता है
जब मेरे वजूद के कण कण में
मैं नाम तुम्हारा सुनता हूँ
फिर एहसासों के धागे में पिरो कर
शब्दों की माला बुनता हूँ
जिसे अधरों पर मुस्कान लिए
पढ़कर कहती हो कविता है
सच ये है कि वो कविता नहीं
वो प्रेम पत्र हमारा होता है
हर कविता, हर ग़ज़ल के पीछे
चित्र तुम्हारा होता है
मदमस्त महकती रूह का कारण
इत्र तुम्हारा होता है
© Inkster
#Inkster
#WritcoQuote #writco #yqwriter #yqbaba #yqdidi
चित्र तुम्हारा होता है
मदमस्त महकती रूह का कारण
इत्र तुम्हारा होता है
कहती हो मन को भा जाए
ऐसा कुछ लिख दूँ तुम पर
पर शब्दों के जादूगर का लिखा
हर शब्द तुम्हारा होता है
जब मेरे वजूद के कण कण में
मैं नाम तुम्हारा सुनता हूँ
फिर एहसासों के धागे में पिरो कर
शब्दों की माला बुनता हूँ
जिसे अधरों पर मुस्कान लिए
पढ़कर कहती हो कविता है
सच ये है कि वो कविता नहीं
वो प्रेम पत्र हमारा होता है
हर कविता, हर ग़ज़ल के पीछे
चित्र तुम्हारा होता है
मदमस्त महकती रूह का कारण
इत्र तुम्हारा होता है
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