याद आ जाते हो!
मैं तुम्हें याद नहीं करती
बस तुम याद आ जाते हो,,,
सुबह उठ देखूं जब अपनी हथेली
तुम हाथों में मुस्कुराते हो,,,
लिखने लगूं जब अहसास अपने
तुम अल्फ़ाजो में समा जाते हो,,,
पलकें मूंद कर जरा सोचूं कुछ
तुम ख़यालों में ख़ूब बतियाते हो,,,
तन्हाई में जब रोते दर्द मेरे
तुम आके गले लगाते हो।
फिर मैं कैसे कह दु,
तुम याद नही आते हो....!
© sukoon💫
बस तुम याद आ जाते हो,,,
सुबह उठ देखूं जब अपनी हथेली
तुम हाथों में मुस्कुराते हो,,,
लिखने लगूं जब अहसास अपने
तुम अल्फ़ाजो में समा जाते हो,,,
पलकें मूंद कर जरा सोचूं कुछ
तुम ख़यालों में ख़ूब बतियाते हो,,,
तन्हाई में जब रोते दर्द मेरे
तुम आके गले लगाते हो।
फिर मैं कैसे कह दु,
तुम याद नही आते हो....!
© sukoon💫
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