...

9 views

शिकायत
किसी का प्यार भरा स्पर्श चाह रहा है वो ; उम्र और मन का प्रभाव हावी जो है ।

तलाश ज़ारी है और खोज भी की जा रही है ; नित्य नवीन प्रयासों की कोशिशें भी की जा रही है।

कोई देख कर हंस लेता है तो कोई हंस कर बोल लेता है ;
पर मन के विरान जंगलों में सूनेपन की गूंज अभी भी भारी है ;
ढूंढने पर भगवान भी मिलता है बस इसी कथन को पढ़ कर के उम्मीद जीए जा रही है।

ज़िंदगी जीना भूलता वो जा रहा है ,जैसे जैसे हर कदम पर खुद को अकेला वो पा रहा है।

बस एक चाहने वाले इंसान से उसको मिलाने में नियती क्यूं इतना कतरा रही है ; तू जन्नत में अकेला रह जाएगा खुदा तुझे ऐसी बद्दुआ दी जा रही हैं।
वक्त के पहिए में लिपटी चाहते और उम्मीदे सब चूर नजर होती आ रही है ।

मां की उम्र बढ़ते देख कर के धीरे धीरे जो कुछ परिपक्वता उसमे अब आ रही है।
अब तक की अपनी सभी चाहतों में उसे अब थोड़ा पछतावा और थोड़ी बेवकूफी नज़र आ रही है।

फिक्र ना कर तू ऐ खुदा तेरी सभी रहमतों की मिसाल उसके द्वारा दुनिया को दी जा रही है ;
पर तू रहेगा अकेला अजब तक ,उसकी रूह का ये फरमान अभी भी जारी है।




© vibstalk