सुकूँ..
सुकू चाहिए हर किसी को यहाँ..!!
पर मरने की चाह कहाँ किसी को है..!!
मिलती है सुकू यहाँ आकर ही सही..!!
यहाँ कब्रों की चाह कहाँ किसी को है..!!
वक़्त बे वक़्त घिरे है बेचैनीयों से..!!
आराम की चाह कहाँ किसी को है..!!
सुकू चाहिए हर किसी को यहाँ..!!
पर मरने की चाह कहाँ किसी को है..!!
पर मरने की चाह कहाँ किसी को है..!!
मिलती है सुकू यहाँ आकर ही सही..!!
यहाँ कब्रों की चाह कहाँ किसी को है..!!
वक़्त बे वक़्त घिरे है बेचैनीयों से..!!
आराम की चाह कहाँ किसी को है..!!
सुकू चाहिए हर किसी को यहाँ..!!
पर मरने की चाह कहाँ किसी को है..!!