पृथ्वी दिवस ( 22-4-2024)...🌹🌹✍️✍️
आओ बचा लें हम मिलकर धरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
पर्वत ये नदियां ये उपवन बनें
स्वस्थ,निरोगी सबके जीवन बनें
अमृत के समान चलें जब हवाएं
धरा पर खुद कम हों आपदाएं
हम प्रयास मिलकर करें तो जरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
दिन प्रतिदिन जहां में कटाई न हो
इस कदर इस धरा की सफाई न हो
वृक्ष जो इस धरा पर बचेगा नहीं
इस जहां में कहीं नर बचेगा नहीं
पेड़ -पौधों से कर दें इसको हरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
धरती माता है वो अन्न देती हमें
कितना गन्दा करें क्षमा देती हमें
साफ इसको रखें इसकी पूजा करें
मां इसे मानकर इसकी सेवा करें
सच कहें 'सत्या' सोलह आने खरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
अपनी गोद में जल को संचित रखे
फल फलारी मधुर हमने कितने चखे
जल जीवन है ये वचन कहते सभी
पानी व्यर्थ में बहाते ही रहते सभी
सोना चांदी खनिज इसके अंदर भरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
© Shaayar Satya
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
पर्वत ये नदियां ये उपवन बनें
स्वस्थ,निरोगी सबके जीवन बनें
अमृत के समान चलें जब हवाएं
धरा पर खुद कम हों आपदाएं
हम प्रयास मिलकर करें तो जरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
दिन प्रतिदिन जहां में कटाई न हो
इस कदर इस धरा की सफाई न हो
वृक्ष जो इस धरा पर बचेगा नहीं
इस जहां में कहीं नर बचेगा नहीं
पेड़ -पौधों से कर दें इसको हरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
धरती माता है वो अन्न देती हमें
कितना गन्दा करें क्षमा देती हमें
साफ इसको रखें इसकी पूजा करें
मां इसे मानकर इसकी सेवा करें
सच कहें 'सत्या' सोलह आने खरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
अपनी गोद में जल को संचित रखे
फल फलारी मधुर हमने कितने चखे
जल जीवन है ये वचन कहते सभी
पानी व्यर्थ में बहाते ही रहते सभी
सोना चांदी खनिज इसके अंदर भरा
सब वृक्ष लगायें दें ये मसवरा
© Shaayar Satya
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