शादीशुदा ज़िंदगी।
हर शादी खुशनुमा नहीं होती,
क्योंकि हर लड़की रईस घर से नहीं होती,
हां कुछ होती है,
किस्मत की कच्ची जो हैवान के पल्ले बंद जाती है,
और कुछ पहले ही मीठी-मीठी बातों में फंस जाती है।
यू तो तुम जब करते सवाल हो किसे कर रही फोन पर बात हो ?
और फौरन डर के देती वो जवाब है,
क्योंकि तुम पैसों पैसों से तरसते हो
हर एनिवर्सरी पर क्लेश तुम मचाते हो।
कुछ तो शादी समाज के डर से निभानी पड़ती है,
और
कुछ निभाई जाती है।
क्योंकि घर का नहीं होता उन लड़कियों को सपोर्ट है।
क्योंकि नहीं करती वह रईस घर से बिलॉन्ग है।
मत करो अपनी बीवी की जिंदगी नर्क हो रहे हो तुम पाप के भागीदार,
अरे उसे रब से डरो क्योंकि एक दिन तुम भी बनोगे बाप।
© Dolphin 🐬 (Prachi Goyal)
क्योंकि हर लड़की रईस घर से नहीं होती,
हां कुछ होती है,
किस्मत की कच्ची जो हैवान के पल्ले बंद जाती है,
और कुछ पहले ही मीठी-मीठी बातों में फंस जाती है।
यू तो तुम जब करते सवाल हो किसे कर रही फोन पर बात हो ?
और फौरन डर के देती वो जवाब है,
क्योंकि तुम पैसों पैसों से तरसते हो
हर एनिवर्सरी पर क्लेश तुम मचाते हो।
कुछ तो शादी समाज के डर से निभानी पड़ती है,
और
कुछ निभाई जाती है।
क्योंकि घर का नहीं होता उन लड़कियों को सपोर्ट है।
क्योंकि नहीं करती वह रईस घर से बिलॉन्ग है।
मत करो अपनी बीवी की जिंदगी नर्क हो रहे हो तुम पाप के भागीदार,
अरे उसे रब से डरो क्योंकि एक दिन तुम भी बनोगे बाप।
© Dolphin 🐬 (Prachi Goyal)