सुकून
दिल को कुछ सकून सा मिलता है इक तेरे आ जाने से,,,
आँखो को अब कोई नहीं दिखता हैं इक तेरे आ जाने से,,,,
हम तो फिर भी गैर है तेरे लिए मगर,,,
क्या करे इस दिल का जो धड़कता भी है इक तेरे आ जाने से ।।।।।।
आँखो को अब कोई नहीं दिखता हैं इक तेरे आ जाने से,,,,
हम तो फिर भी गैर है तेरे लिए मगर,,,
क्या करे इस दिल का जो धड़कता भी है इक तेरे आ जाने से ।।।।।।