चाँद भी खोया खोया होगा
जब इश्क तुम्हें हो जाएगा नींद कहाँ फिर आएगी।
खोया खोया दिल होगा मेरी याद तुम्हें तड़पाएगी।
फिक्र ना होगी किसी बात की खुद उलझे रह जाओगे,
तुम बीती बातें याद करोगे मेरी बातें बहुत सताएगी।
तन्हा तन्हा जब घूमोगे सावन की सुहाने मौसम में,
आईने भी तुम्हें डराएंगे जब याद हमारी आएगी।
चाँद भी खोया खोया होगा तारे भी छुप जाएँगे,
जोर जोर दिल धड़केगा आँखें भी भर आएँगी।
छत पर अकेले बैठे-बैठे तारों से बतियाओगे,
पीछे मुड़कर देखोगे जब आवाज कोई भी आएगी।
© राकेश कुमार सिंह
खोया खोया दिल होगा मेरी याद तुम्हें तड़पाएगी।
फिक्र ना होगी किसी बात की खुद उलझे रह जाओगे,
तुम बीती बातें याद करोगे मेरी बातें बहुत सताएगी।
तन्हा तन्हा जब घूमोगे सावन की सुहाने मौसम में,
आईने भी तुम्हें डराएंगे जब याद हमारी आएगी।
चाँद भी खोया खोया होगा तारे भी छुप जाएँगे,
जोर जोर दिल धड़केगा आँखें भी भर आएँगी।
छत पर अकेले बैठे-बैठे तारों से बतियाओगे,
पीछे मुड़कर देखोगे जब आवाज कोई भी आएगी।
© राकेश कुमार सिंह