Alvida.../ फिर से मिलेंगे /
alvida. यह शब्द जुबां पर जहन में यू ही नहीं आ पाता
सायद उन संबंधों में तो बिलकुल नहीं जहां जुड़ाव दिल से होता है
अलविदा कहना आसान नहीं होता
पर कभी कभी जरूरी हो जाता हकिसी का अलविदा स्वीकार करना
हर अलविदा के पीछे एक अन कही दास्तान होती है जिससे एक हिस्सा छूट जाता है
और एक नया सफ़र शुरू होता है यादों के फूल झरते है और हर अलविदा के साथ एक नई उम्मीद खिलती है ये सफर अंत नहीं बल्कि नया अध्याय हैं जो कही आसऔर से सुरु होगा
जाने वाले को रुकना नहीं आता उससे अलविदा नही कहा जाता..
कुछ अलविदा कहानियों के बीच एक नए सफ़र की शुरुवात होती है
जाते जाते यादों की एक किताब छूट जाती है
जिसका हर पन्ना मुस्कान और आशू जरूर लाता है
चलो फिर अलविदा एक नई शुरुवात करते हैं नए सफर की फिर से मिलेंगे एक नई कहानी में
© रश्मि+++
सायद उन संबंधों में तो बिलकुल नहीं जहां जुड़ाव दिल से होता है
अलविदा कहना आसान नहीं होता
पर कभी कभी जरूरी हो जाता हकिसी का अलविदा स्वीकार करना
हर अलविदा के पीछे एक अन कही दास्तान होती है जिससे एक हिस्सा छूट जाता है
और एक नया सफ़र शुरू होता है यादों के फूल झरते है और हर अलविदा के साथ एक नई उम्मीद खिलती है ये सफर अंत नहीं बल्कि नया अध्याय हैं जो कही आसऔर से सुरु होगा
जाने वाले को रुकना नहीं आता उससे अलविदा नही कहा जाता..
कुछ अलविदा कहानियों के बीच एक नए सफ़र की शुरुवात होती है
जाते जाते यादों की एक किताब छूट जाती है
जिसका हर पन्ना मुस्कान और आशू जरूर लाता है
चलो फिर अलविदा एक नई शुरुवात करते हैं नए सफर की फिर से मिलेंगे एक नई कहानी में
© रश्मि+++