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इक पाक मोहब्बत थी
इक पाक मोहब्बत थी
और साफ इरादे थे
कुछ कसमें थी खाई
और पक्के वादे थे
खेल समझ आया जब
उसने आखिरी चाल चली
उसकी शतरंज के हम
महज़ एक प्यादे थे
हम छल ना समझ पाए
और मुंह की खा बैठे
पर हम भी क्या करते
हम सीधे सादे थे
वो दीमक से निकले
जिन्हें दिल में बसाया था
हम लकड़ी लकड़ी थे
अब रह गए बुरादे थे
एक पाक मोहब्बत थी
और साफ इरादे थे
कुछ कसमें थी खाई
और पक्के वादे थे
#Inkster
#WritcoQuote #writco #yqwriter #yqbaba #yqdidi
© Inkster
और साफ इरादे थे
कुछ कसमें थी खाई
और पक्के वादे थे
खेल समझ आया जब
उसने आखिरी चाल चली
उसकी शतरंज के हम
महज़ एक प्यादे थे
हम छल ना समझ पाए
और मुंह की खा बैठे
पर हम भी क्या करते
हम सीधे सादे थे
वो दीमक से निकले
जिन्हें दिल में बसाया था
हम लकड़ी लकड़ी थे
अब रह गए बुरादे थे
एक पाक मोहब्बत थी
और साफ इरादे थे
कुछ कसमें थी खाई
और पक्के वादे थे
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