39 views
करना पड़ता है
गिर के खुद को उठाना पड़ता है,
ख्वाबों को सच बनाना पड़ता है,
रिश्तों की डोर को सुलझाना पड़ता है,
अपने मन को शांत कराना पड़ता है,
ज़ख्मों पर मरहम लगाना पड़ता है,
आग में खुद को तपाना पड़ता है,
हकीकत को अपनाना पड़ता है,
नींद से खुद को जगाना पड़ता है,
दिल को अपने बहलाना पड़ता है,
आंसुओ को अपने छुपाना पड़ता है,
यादों से खुद को उभारना पड़ता है,
और अंत में मौत को गले से लगाना पड़ता है।
© Aditi
ख्वाबों को सच बनाना पड़ता है,
रिश्तों की डोर को सुलझाना पड़ता है,
अपने मन को शांत कराना पड़ता है,
ज़ख्मों पर मरहम लगाना पड़ता है,
आग में खुद को तपाना पड़ता है,
हकीकत को अपनाना पड़ता है,
नींद से खुद को जगाना पड़ता है,
दिल को अपने बहलाना पड़ता है,
आंसुओ को अपने छुपाना पड़ता है,
यादों से खुद को उभारना पड़ता है,
और अंत में मौत को गले से लगाना पड़ता है।
© Aditi
Related Stories
38 Likes
0
Comments
38 Likes
0
Comments