में खुद में पूर्ण हूं।।
लड़की हूं पर कमजोर नहीं ,
अकेली हूं पर किसी का साथ जरूरी नहीं ।।
दिखावे कि ज़िंदगी में जीती नही
किसी से कुछ कहो तो आप कैसे बोलती है
ना बोलो तो घमंडी है अहंकार हैं,,
ऐसे लोग से दूर रहती हूं
चुप रहती हूं
अकेली ठीक ऐसे लोग से
में खुद में पूर्ण हूं ।।
हां दुखी रहती हूं
मुस्कुराती नही
कोई दोस्त नहीं
पर में बेचारी भी नहीं हूं
में खुद कि दोस्त हूं
में खुद में पूर्ण हूं ।।
ना साथी चाहिए ना किसी का साथ
जीवन के इस पथ पर में खुद का सहारा हू
में खुद में पूर्ण हूं ।।
© Pooja Sharma
अकेली हूं पर किसी का साथ जरूरी नहीं ।।
दिखावे कि ज़िंदगी में जीती नही
किसी से कुछ कहो तो आप कैसे बोलती है
ना बोलो तो घमंडी है अहंकार हैं,,
ऐसे लोग से दूर रहती हूं
चुप रहती हूं
अकेली ठीक ऐसे लोग से
में खुद में पूर्ण हूं ।।
हां दुखी रहती हूं
मुस्कुराती नही
कोई दोस्त नहीं
पर में बेचारी भी नहीं हूं
में खुद कि दोस्त हूं
में खुद में पूर्ण हूं ।।
ना साथी चाहिए ना किसी का साथ
जीवन के इस पथ पर में खुद का सहारा हू
में खुद में पूर्ण हूं ।।
© Pooja Sharma