...

4 views

जीत का नाम
राहे जिंदगी की हर रोज मुसिबत से मिलाती हैं,
हर बार गिरा कर कुछ और नया सिखाती है,
लेकिन ऐ जिंदगी कितना मुझे गिराएगी तू ,
कितनी कोशिश कर ले आखिर थक जाएगी तु ।

ये इरादो की चाल अब नही रुकने वाली,
कठिन होगा सफर फिर भी नही थमने वाली,
एक दिन आएगा की मंजिल मेरे हाथ होगी,
गिराना भूल जाएगी तु ऐसी तेरी हार होगी।

संभल के चलने लगा हूं मेरे हर कदम पर ,
आज हो जाए निर्णय मेरी जागे हुए मन पर ,
तेरी हर चुनौती को हसता हुआ जैल जाऊंगा ,
अब ये मेरा खेल है हर चाल पे मात दे जाऊंगा ।

बात अभी बाकी है,की इतना साहस मुजमे कैसे,
सपनो की इमारत निराशा की जमीन पर बंधी कैसे,
तुझे लगा तू गिराती है पर मैं उठना सीख जाता था,
इन छोटी हार के पंखों से मैं उड़ना सिख जाता था ।

कुछ सब्दो में मेरी जीत की कहानी ऐसी है कि ,
चुनौती का रास्ता है और इरादो के है कदम,
सपनो की मंजिल है और हिम्मत की है ढलान,
गिरना हार नही,उठके के चलना ही जीत का नाम।




© All Rights Reserved